जनवरी सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
1 जनवरी को सूर्योदय से दिन 12.41 तक
3 जनवरी को सूर्योदय से सायं 6.42 तक
4 जनवरी को रात्रि 9.37 से रातभर
10 जनवरी को प्रात: 5.18 से सूर्योदय तक
11 जनवरी को प्रात: 5.16 से सूर्योदय तक
15 जनवरी को सूर्योदय से रात्रि 12.34 तक
18 जनवरी को रात्रि 8.29 से 19 जनवरी को सायं 7.09 तक
22 जनवरी को सायं 4.01 से रात्रिपर्यन्त
23 जनवरी को दिन 3.32 से रातभर
29 जनवरी को रात्रि 11.53 से रातभर
अमृत योग
3 जनवरी को सूर्योदय से सायं 6.42 तक
15 जनवरी को सूर्योदय से रात्रि 12.34 तक
18 जनवरी को रात्रि 8.28 से रातभर
सर्वदोषनाशक रवि योग
2 जनवरी को दिन 3.38 से 4 जनवरी को रात्रि 9.37 तक
6/7 जनवरी को रात्रि 2.20 से 7/8 जनवरी को रात्रि 3.53 तक
14/15 जनवरी को रात्रि 1.50 से 15/16 जनवरी को रात्रि 12.34 तक
26 जनवरी को सायं 5.04 से 27 जनवरी को सायं 6.47 तक
28 जनवरी को रात्रि 9.06 से 29 जनवरी को रात्रि 11.53 तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
15/16 जनवरी को रात्रि में 12.34 से 3.38 तक
24 जनवरी को दिन 3.29 से रातभर
विघ्नकारक भद्रा
1 जनवरी को दिन 11.47 तक
4 जनवरी को सायं 7.23 से 5 जनवरी को प्रात: 8.35 तक
8 जनवरी को दिन 12.46 से रात्रि 12.52 तक
11 जनवरी को रात्रि 11.15 से 12 जनवरी को प्रात: 10.40 तक
15 जनवरी को प्रात: 5.36 से सायं 4.37 तक
18 जनवरी को प्रात: 10.32 से रात्रि 9.30 तक
21 जनवरी को दिन 3.49 से देर रात 3.04 तक
26/27 जनवरी को रात्रि 1.14 से दिन 1.47 तक
30 जनवरी को रात्रि 8.19 से 31 जनवरी को प्रात: 9.38 तक
पंचक
माह के प्रारंभ से 2 जनवरी को दिन 3.38 तक
24/25 जनवरी को रात्रि 3.43 से 29 जनवरी को रात्रि 11.53 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
रेवती-अश्विनी: 1 जनवरी को दिन 12.41 से 3 जनवरी को सायं 6.42 तक
आश्लेषा-ज्येष्ठा: 11 जनवरी को प्रात: 5.16 से 13 जनवरी को प्रात: 4.01 तक
ज्येष्ठा-मूल: 19 जनवरी को सायं 7.09 से 21जनवरी को सायं 4.50 तक
रेवती-अश्विनी: 28 जनवरी को रात्रि 9.06 से 30/31 जनवरी को रात्रि 2.55 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
2 जनवरी को दिन 3.38 बजे मेष में
5 जनवरी को प्रात: 4.16 बजे वृष में
7 जनवरी को दिन 3.07 बजे मिथुन में
9 जनवरी को रात्रि 11.12 बजे कर्क में
12 जनवरी को प्रात: 4.47 बजे सिंह में
14 जनवरी को प्रात: 8.44 बजे कन्या में
16 जनवरी को दिन 11.54 बजे तुला में
18 जनवरी को दिन 2.50 बजे वृश्चिक में
20 जनवरी को सायं 5.55 बजे धनु में
22 जनवरी को रात्रि 9.53 बजे मकर में
24/25 जनवरी को रात्रि 3.43 बजे कुंभ में
27 जनवरी को दिन 12.22 बजे मीन में
29 जनवरी को रात्रि 11.53 बजे मेष में
ग्रहराशि गति अवस्था
सूर्य14/15 जनवरी को रात्रि 12.57 बजे मकर में मार्गी *
मंगलपूरे महीने सिंह में24 जनवरी से वक्री उदित
बुध4 जनवरी को प्रात: 7.13 बजे धनु में, 24 जनवरी को प्रात:6.56 बजे मकर में मार्गी 17 जनवरी से अस्त
गुरु पूरे महीने मेष में मार्गीउदित
शुक्र 9 जनवरी को दिन 1.40 बजे कुंभ में मार्गीउदित
शनि पूरे महीने तुला में मार्गीउदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री *
योग-परिचय
कार्य-सिद्धि योग एवं अमृत-योग प्रकृति की सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होने के कारण किसी भी काम को शुरू करने के लिए श्रेष्ठ रहेंगे। रवि-योग में सूर्य की विशिष्ट शक्ति समाहित होने से यह समस्त दुर्योगों को नष्ट करके शुभ फल वरदान करता है। द्विपुष्कर एवं त्रिपुष्कर योग अपने नाम के अनुरूप क्रमश: दोगुना एवं तीन गुना फलदायक होते हैं अत: इनमें धन-धान्य का संग्रह, पूंजी का विनियोजन एवं शुभ कर्मों को करना ही उचित रहेगा। रविवार- पुष्य नक्षत्र का संयोग तंत्र-साधना हेतु तथा गुरुवार- पुष्य का योग (पुष्यामृत योग) व्यापारिक (आर्थिक) कार्यों हेतु सर्वोत्तम रहता है।
तिथि-वृद्धि एवं तिथि-क्षय
जिस तिथि की अवधि में सूर्योदय दो बार होता है, उस तिथि की वृद्धि मानी जाती है। जब किसी तिथि की अवधि में सूर्योदय नहीं होता है, तब उसका क्षय माना जाता है। तिथि-वृद्धि एवं तिथि-क्षय मांगलिक कार्यों में वर्जित कहा गया है। वृद्धि को प्राप्त अथवा क्षय हुई तिथि को शुभ कार्यों में त्याग देना ही उचित है अन्यथा चावल का दान दें।
फरवरी सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
1 फरवरी को सम्पूर्ण दिन-रात
6 फरवरी को दिन 2.10 से रातभर
7 फरवरी को दिन 1.48 से रातभर
15 फरवरी को सूर्योदय से रात्रि 12.52 तक
19 फरवरी को सूर्योदय से रात्रि 11.15 तक
20 फरवरी को सूर्योदय से रात्रि 11.35 तक
25 फरवरी को प्रात: 5.19 से सूर्योदय तक
26 फरवरी को प्रात: 7.56 से दिन-रात
28.फरवरी को दिन 2.03 से रातभर
29 फरवरी को सम्पूर्ण दिन-रात
अमृत योग
15 फरवरी को सूर्योदय से रात्रि 12.52 तक
25 फरवरी को प्रात: 5.19 से सूर्योदय तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
1 फरवरी को प्रात: 5.58 से 3 फरवरी को दिन 11.10 तक
5 फरवरी को दिन 1.53 से 6 फरवरी को दिन 2.10 तक
6 फरवरी को रात्रि 11.52 से 7 फरवरी को दिन 1.48 तक
13 फरवरी को प्रात: 4.41 से देररात 3.11 तक
25 फरवरी को प्रात: 5.19 से 26 फरवरी को प्रात: 7.56 तक
27 फरवरी को प्रात: 10.55 से 28 फरवरी को दिन 1.04 तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
4 फरवरी को सूर्योदय से दिन 12.53 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
14 फरवरी को सूर्योदय से दिन 11.31 तक
18 फरवरी को रात्रि 11.15 से 19 फरवरी को प्रात: 4.37 तक
28 फरवरी को दिन 3.03 से रातभर
अशुभ ज्वालामुखी योग
27 फरवरी को प्रात: 10.54 से दिन 12.22 तक
विघ्नकारक भद्रा
3 फरवरी को सायं 4.13 से 4 फरवरी को प्रात: 4.56 तक
7 फरवरी को प्रात: 4.47 से सायं 4.05 तक
10 फरवरी को प्रात: 10.04 से रात्रि 8.52 तक
13 फरवरी को दिन 1.38 से रात्रि 12.35 तक
16 फरवरी को सायं 7.18 से 17 फरवरी को प्रात: 6.37 तक
20 फरवरी को प्रात: 4.04 से दिन 3.57 तक
25 फरवरी को रात्रि 8.45 से 26 फरवरी को प्रात: 9.50 तक
29 फरवरी को सायं 5.40 से 1 मार्च को प्रात: 6.47 तक
पंचक
21 फरवरी को दिन 11.57 से 26 फरवरी को प्रात: 7.56 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
आश्लेषा-मघा: 7 फरवरी को दिन 1.48 से 9 फरवरी को दिन 11.29 तक
ज्येष्ठा-मूल: 15/16 फरवरी को रात्रि 12.52 से 17 फरवरी को रात्रि 11.32 तक
रेवती-अश्विनी: 25 फरवरी को प्रात: 5.19 से 27 फरवरी को प्रात: 10.54 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
1 फरवरी को दिन 12.40 बजे वृष में
3/4 फरवरी को रात्रि 12.02 बजे मिथुन में
6 फरवरी को प्रात: 8.06 बजे कर्क में
8 फरवरी को दिन 12.52 बजे सिंह में
10 फरवरी को दिन 3.25 बजे कन्या में
12 फरवरी को सायं 5.31 बजे तुला में
14 फरवरी को रात्रि 8.13 बजे वृश्चिक में
16/17 फरवरी को रात्रि 12.05 बजे धनु में
19 फरवरी को प्रात: 5.15 बजे मकर में
21 फरवरी को दिन 11.57 बजे कुंभ में
23 फरवरी को रात्रि 8.44 बजे मीन में
26 फरवरी को प्रात: 7.56 बजे मेष में
28 फरवरी को रात्रि 8.48 बजे वृष में
ग्रहराशि गति अवस्था
सूर्य 13 फरवरी को दिन 1.58 बजे कुंभ में मार्गी*
मंगल पूरे महीने सिंह में वक्रीउदित
बुध 10/11 फरवरी को रात्रि 12.12 बजे कुंभ में,27 फरवरी को सायं 4.12 बजे मीन में, मार्गी23 फरवरीको उदय
गुरु पूरे महीने मेष में मार्गीउदित
शुक्र 3 फरवरी को प्रात: 10.30 बजे मीन में, 29 फरवरी को प्रात: 7.23बजे मेष में, मार्गीउदित
शनि पूरे महीने तुला में7 फरवरी से वक्री उदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री*
मार्च सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
4/5 मार्च को रात्रि 12.01 से सूर्योदय तक
5 मार्च को सूर्योदय से रात्रि 11.48 तक
6 मार्च को सूर्योदय से रात्रि 10.50 तक
18 मार्च को प्रात: 5.04 से सूर्योदय तक
23 मार्च को दिन 12.34 से रातभर
25 मार्च को सूर्योदय से सायं 6.07 तक
27 मार्च को सूर्योदय से रात्रि 12.25 तक
28 मार्च को सम्पूर्ण दिन-रात
अमृत योग
4/5 मार्च को रात्रि 12.01 से सूर्योदय तक
23 मार्च को दिन 12.34 से रातभर
सर्वदोषनाशक रवि योग
1 मार्च को सायं 7.49 से 3 मार्च को रात्रि 11.25 तक
4 मार्च को प्रात: 10.40 से रात्रि 12.01 तक
6 मार्च को रात्रि 10.50 से 7 मार्च को रात्रि 9.16 तक
13 मार्च को प्रात: 7.58 से 14 मार्च को प्रात: 6.29 तक
25 मार्च को सायं 6.07 से 26 मार्च को रात्रि 9.15 तक
27/28 मार्च को 12.25 से 28/29 मार्च को रात्रि 3.24 तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
19 मार्च को प्रात: 5.47 से सूर्योदय तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
4 मार्च को रात्रि में 10.29 से रात्रि 12.01 तक
रवि-पुष्यामृत योग
4/5 मार्च को रात्रि 12.01 से सूर्योदय तक
विघ्नकारक भद्रा
4 मार्च को प्रात: 10.28 से रात्रि 10.29 तक
7 मार्च को सायं 5.52 से 8 मार्च को प्रात: 4.31 तक
10 मार्च को सायं 7.19 से 11 मार्च को प्रात: 5.44 तक
13 मार्च को रात्रि 9.37 से 14 मार्च को प्रात: 8.39 तक
17 मार्च को प्रात: 4.58 से सायं 4.41 तक
20 मार्च को सायं 5.32 से 21 मार्च को प्रात: 6.05 तक
26 मार्च को सायं 4.07 से 27 मार्च को प्रात: 5.28 तक
30 मार्च को दिन 12.27 से रात्रि 1.05 तक
पंचक
19 मार्च को सायं 6.20 से 24 मार्च को दिन 3.11 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
आश्लेषा-मघा: 5 मार्च को रात्रि 11.48 से 7 मार्च को रात्रि 9.16 तक
ज्येष्ठा-मूल: 14 मार्च को प्रात: 6.29 से 16 मार्च को प्रात: 4.54 तक
रेवती-अश्विनी: 23 मार्च को दिन 12.34 से 25 मार्च को सायं 6.07 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
2 मार्च को प्रात: 8.54 बजे मिथुन में
4 मार्च को सायं 5.52 बजे कर्क में
6 मार्च को रात्रि 10.50 बजे सिंह में
8/9 मार्च को रात्रि 12.37 बजे कन्या में
10/11 मार्च को रात्रि 1.13 बजे तुला में
12/13 मार्च को रात्रि 2.26 बजे वृश्चिक में
15 मार्च को प्रात: 5.27 बजे धनु में
17 मार्च को प्रात: 10.50 बजे मकर में
19 मार्च को सायं 6.20 बजे कुंभ में
21/22 मार्च को रात्रि 3.49 बजे मीन में
24 मार्च को दिन 3.11 बजे मेष में
27 मार्च को प्रात: 4.03 बजे वृष में
29 मार्च को सायं 4.41 बजे मिथुन में
31 मार्च को देर रात 2.54 बजे कर्क में
ग्रहराशि गति अवस्था
सूर्य14 मार्च को प्रात: 10.50 बजे मीन में मार्गी *
मंगलपूरे महीने सिंह में वक्री उदित
बुधपूरे महीने मीन में 12 मार्च से वक्री14 मार्च को अस्त, 29 मार्च को उदय
गुरु पूरे महीने मेष में मार्गी उदित
शुक्र 28 मार्च को दिन 2.22 बजे वृष में मार्गी उदित
शनि पूरे महीने तुला में वक्री उदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री *
अप्रैल सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
1 अप्रैल को प्रात: 9.13 से 2 अप्रैल को प्रात: 9.34 तक
3 अप्रैल को सूर्योदय से प्रात: 9.07 तक
7 अप्रैल को रात्रि 9.54 से रातभर
9 अप्रैल को सायं 4.26 से रातभर
14 अप्रैल को प्रात: 10.38 से दिन-रात
19 अप्रैल को सायं 6.45 से 21 अप्रैल को सूर्योदय तक
24 अप्रैल को सूर्योदय से प्रात: 6.47 तक
25 अप्रैल को सम्पूर्ण दिन-रात
27 अप्रैल को दिन 2.55 से रातभर
29 अप्रैल को सूर्योदय से सायं 5.41 तक
अमृत योग
20 अप्रैल को सूर्योदय से रात्रि 9.32 तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
1 अप्रैल को प्रात: 9.13 से 3 अप्रैल को प्रात: 9.07 तक
5 अप्रैल को प्रात: 5.56 से 5/6 अप्रैल को रात्रि 3.30 तक
11 अप्रैल को दिन 12.24 से 12 अप्रैल को दिन 11.11 तक
24 अप्रैल को प्रात: 6.47 से 25 अप्रैल को प्रात: 9.49 तक
26 अप्रैल को दिन 12.36 से 27 अप्रैल को दिन 11.03 तक
27 अप्रैल को दिन 2.55 से 28 अप्रैल को सायं 4.39 तक
30 अप्रैल को सायं 5.57 से मासान्त तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
7 अप्रैल को रात्रि 9.08 से 9.54 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
17 अप्रैल को दिन 2.09 से 18 अप्रैल को सूर्योदय तक
22/23 अप्रैल को रात्रि 3.39 से सूर्योदय तक
28 अप्रैल को सूर्योदय से सायं 4.39 तक
रवि-पुष्यामृत योग
1 अप्रैल को प्रात: 9.13 से दिन-रात
29 अप्रैल को सूर्योदय से सायं 5.41 तक
अशुभ ज्वालामुखी योग
2 अप्रैल को प्रात: 9.34 से दिन 1.41 तक
विघ्नकारक भद्रा
2/3 अप्रैल को रात्रि 1.02 से दिन 12.22 तक
6 अप्रैल को प्रात: 4.20 से दिन 1.34 तक
8/9 अप्रैल को रात्रि 3.46 से दिन 2.03 तक
12 अप्रैल को प्रात: 6.16 से सायं 5.32 तक
15 अप्रैल को दिन 3.59 से 16 अप्रैल को प्रात: 4.11 तक
19 अप्रैल को प्रात: 8.17 से रात्रि 9.21 तक
25 अप्रैल को प्रात: 9.47 से रात्रि 10.59 तक
28/29 अप्रैल को रात्रि 3.19 से दिन 3.20 तक
पंचक
15 अप्रैल को रात्रि 11.51 से 20अप्रैल को रात्रि 9.32 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
आश्लेषा-मघा: 2 अप्रैल को प्रात: 9.34 से 4 अप्रैल को प्रात: 7.51 तक
ज्येष्ठा-मूल: 10 अप्रैल को दिन 2.10 से 12 अप्रैल को दिन 11.11 तक
रेवती-अश्विनी: 19 अप्रैल को सायं 6.45 से 21/22 अप्रैल को रात्रि 12.30 तक
आश्लेषा-मघा: 29 अप्रैल को सायं 5.41 से 1 मई को सायं 5.23 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
3 अप्रैल को प्रात: 9.07 बजे सिंह में
5 अप्रैल को दिन 11.19 बजे कन्या में
7 अप्रैल को दिन 11.20 बजे तुला में
9 अप्रैल को दिन 11.05 बजे वृश्चिक में
11 अप्रैल को दिन 12.24 बजे धनु में
13 अप्रैल को सायं 4.36 बजे मकर में
15 अप्रैल को रात्रि 11.51 बजे कुंभ में
18 अप्रैल को प्रात: 9.44 बजे मीन में
20 अप्रैल को रात्रि 9.32 बजे मेष में
23 अप्रैल को प्रात: 10.26 बजे वृष में
25 अप्रैल को रात्रि 11.13 बजे मिथुन में
28 अप्रैल को प्रात: 10.13 बजे कर्क में
30 अप्रैल को सायं 5.57 बजे सिंह में
ग्रहराशि गति अवस्था
सूर्य 13 अप्रैल को सायं 7.19 बजे मेष में मार्गी*
मंगल पूरे महीने सिंह में14 अप्रैल से मार्गीउदित
बुध 2 अप्रैल को सायं 5.30 बजे कुंभ में, 6 अप्रैल को दिन 2.50 बजे मीन में,4 अप्रैल से मार्गीउदित
गुरु पूरे महीने मेष मेंमार्गीउदित
शुक्र पूरे महीने वृष मेंमार्गीउदित
शनि पूरे महीने तुला मेंवक्री उदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष मेंवक्री*
मई सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
5 मई को प्रात: 8.55 से दिन-रात
7 मई को सूर्योदय से रात्रि 12.11 तक
11 मई को सायं 5.40 से 12 मई को सायं 5.43 तक
15 मई को रात्रि 10.02 से रातभर
17 मई को सम्पूर्ण दिन-रात
18 मई को सम्पूर्ण दिन-रात
21 मई को दिन 12.46 से रातभर
23 मई को सूर्योदय से सायं 6.25 तक
24 मई को रात्रि 8.44 से 25 मई को रात्रि 10.38 तक
30 मई को रात्रि 11.05 से सूर्योदय तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
(माह के प्रारंभ से 2 मई को सायं 4.06 तक)
4 मई को दिन 11.43 से 5 मई को प्रात: 8.55 तक
10 मई को सायं 6.21 से 11 मई को प्रात: 5.18 तक
11 मई को सायं 5.40 से 12 मई को सायं 5.43 तक
23 मई को सायं 6.25 से 24 मई को रात्रि 8.44 तक
24 मई को देर रात 1.27 से 25 मई को रात्रि 10.38 तक
26 मई को रात्रि 11.59से 27/28 मई को रात्रि 12.44 तक
29/30 मई को रात्रि 12.16 से 30 मई को रात्रि 9.21 तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
22 मई को दिन 3.43 से रात्रिपर्यन्त
विघ्नकारक भद्रा
2 मई को दिन 11.54 से रात्रि 10.46 तक
5 मई को दिन 12.53 से रात्रि 10.59 तक
8 मई को दिन 12.04 से रात्रि 10.27 तक
11 मई को सायं 4.04 से देररात 3.43 तक
15 मई को प्रात: 4.48 से सायं 5.28 तक
18/19 मई को रात्रि 12.06 से दिन 1.23 तक
24/25 मई को रात्रि 12.31 से दिन 1.15 तक
28 मई को दिन 2.10 से देर रात 1.40 तक
31 मई को सायं 7.55 से 1 जून को प्रात: 6.32 तक
पंचक
13 मई को प्रात: 6.06 से 17/18 मई को रात्रि 3.28 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
मघा: 1 मई को सायं 5.23 तक
ज्येष्ठा-मूल: 7/8 मई को रात्रि 12.11 से 9 मई को सायं 7.43 तक
रेवती-अश्विनी: 16/17 मई को रात्रि 12.34 से 19 मई को प्रात: 6.31 तक
आश्लेषा-मघा: 26 मई को रात्रि 11.59 से 28/29 मई को रात्रि 12.50 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
2 मई को रात्रि 9.37 बजे कन्या में
4 मई को रात्रि 10.19 बजे तुला में
6 मई को रात्रि 9.43 बजे वृश्चिक में
8 मई को रात्रि 9.43 बजे धनु में
10/11 मई को रात्रि 12.11 बजे मकर में
13 मई को प्रात: 6.06 बजे कुंभ में
15 मई को दिन 3.31 बजे मीन में
17/18 मई को रात्रि 3.28 बजे मेष में
20 मई को सायं 4.27 बजे वृष में
23 मई को प्रात: 5.04 बजे मिथुन में
25 मई को सायं 4.09 बजे कर्क में
27/28 मई को रात्रि 12.44 बजे सिंह में
30 मई को प्रात: 5.58 बजे कन्या में
ग्रह राशि गति अवस्था
सूर्य14 मई को सायं 4.11 बजे वृष में मार्गी*
मंगलपूरे महीने सिंह में मार्गी उदित
बुध5 मई को रात्रि 9.04 बजे मेष में, 21 मई को रात्रि 9.49 बजे वृष में, मार्गी16 मई को अस्त
गुरु 17 मई को प्रात: 9.35 वृष में मार्गी3 मई को अस्त,29 मई को उदय
शुक्र पूरे महीने वृष में15 मई से वक्री उदित
शनि 16 मई को प्रात: 6.41 बजे कन्या में वक्री उदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री *
जून सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
2 जून को सूर्योदय से सायं 4.35 तक
4 जून को सूर्योदय से दिन 11.04 तक
8 जून को सूर्योदय से देररात 2.02 तक
12 जून को सम्पूर्ण दिन-रात
14 जून को सूर्योदय से 15 जून को दिन 12.50 तक
18 जून को सम्पूर्ण दिन-रात
21 जून को सम्पूर्ण दिन-रात
27 जून को प्रात: 5.46 से 28 जून को प्रात: 4.41 तक
29 जून को सूर्योदय से दिन 3.28 तक
अमृत योग
18 जून को रात्रि 9.55 से रातभर
22 जून को प्रात: 4.15 से सूर्योदय तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
2 जून को सायं 4.35 से 3 जून को दिन 1.50 तक
9/10 जून को रात्रि 2.08 से 10/11 जून को रात्रि 3.02 तक
23 जून को प्रात: 5.31 से 24 जून को प्रात: 6.16 तक
25 जून को प्रात: 6.34 से 26 जून को प्रात: 6.24 तक
28 जून को प्रात: 4.41 से 29/30 जून को रात्रि 1.22 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
10/11 जून को रात्रि 3.02 से 3.45 तक
26 जून को प्रात: 6.24 से रात्रि 9.47 तक
30 जून को दिन 12.40 से रात्रि 11.15 तक
गुरु-पुष्यामृत योग
22 जून को प्रात: 4.15 से सूर्योदय तक
अशुभ ज्वालामुखी योग
5 जून को प्रात: 8.24 से दिन 1.14 तक
विघ्नकारक भद्रा
1 जून को प्रात: 6.32 तक
3 जून को रात्रि 8.17 से 4 जून को प्रात: 6.29 तक
6 जून को रात्रि 8.47 से 7 जून को प्रात: 7.27 तक
9/10 जून को रात्रि 3.30 से दिन 3.37 तक
13 जून को सायं 7.32 से 14 जून को प्रात: 8.38 तक
17 जून को सायं 4.15 से 18 जून को प्रात: 5.24 तक
23 जून को दिन 11.59 से रात्रि 12.05 तक
26 जून को रात्रि 9.47 से 27 जून को प्रात: 8.56 तक
29/30 जून को रात्रि 2.04 से दिन 12.40 तक
पंचक
9 जून को दिन 2.05 से 14 जून को प्रात: 9.47 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
ज्येष्ठा-मूल: 4 जून को दिन 11.04 से 6 जून को प्रात: 5.59 तक
रेवती-अश्विनी: 13 जून को प्रात: 6.59 से 15 जून को दिन 12.50 तक
आश्लेषा-मघा: 23 जून को प्रात: 5.31 से 25 जून को प्रात: 6.34 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
1 जून को प्रात: 8.14 बजे तुला में
3 जून को प्रात: 8.31 बजे वृश्चिक में
5 जून को प्रात: 8.24 बजे धनु में
7 जून को प्रात: 9.42 बजे मकर में
9 जून को दिन 2.05 बजे कुंभ में
11 जून को रात्रि 10.17 बजे मीन में
14 जून को प्रात: 9.47 बजे मेष में
16 जून को रात्रि 10.45 बजे वृष में
19 जून को दिन 11.10 बजे मिथुन में
21 जून को रात्रि 9.50 बजे कर्क में
24 जून को प्रात: 6.16 बजे सिंह में
26 जून को दिन 12.14 बजे कन्या में
28 जून को दिन 3.57 बजे तुला में
30 जून को सायं 5.47 बजे वृश्चिक में
ग्रह राशि गति अवस्था
सूर्य14 जून को रात्रि 10.44 बजे मिथुन में मार्गी*
मंगल21/22 जून को रात्रि 12.03 बजे कन्या में मार्गीउदित
बुध 4 जून को सायं 6.35 बजे मिथुन में, 21 जून को सायं 6.43 बजे कर्क में, मार्गी7 जून को उदय
गुरु पूरे महीने वृष में मार्गीउदित
शुक्र पूरे महीने वृष में27 जून से मार्गी2 जून को अस्त,11 जून को उदय
शनि पूरे महीने कन्या में25 जून से मार्गीउदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री*
जुलाई सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
6 जुलाई को सूर्योदय से दिन 11.39 तक
10 जुलाई को सूर्योदय से दिन 2.31 तक
12 जुलाई को सूर्योदय से सायं 7.54 तक
14/15 जुलाई को रात्रि 2.07 से सूर्योदय तक
16 जुलाई को सम्पूर्ण दिन-रात
19 जुलाई को सम्पूर्ण दिन-रात
25 जुलाई को सूर्योदय से प्रात: 10.17 तक
29/30 जुलाई को रात्रि 3.01 से सूर्योदय तक
अमृत योग
14/15 जुलाई को रात्रि 2.07 से सूर्योदय तक
16 जुलाई को सम्पूर्ण दिन-रात
19 जुलाई को प्रात: 10.45 से दिन-रात
सर्वदोषनाशक रवि योग
1 जुलाई को रात्रि 8.58 से 2 जुलाई को सायं 6.38 तक
9 जुलाई को दिन 12.40 से 10 जुलाई को दिन 2.31 तक
22 जुलाई को दिन 12.07 से 23 जुलाई को दिन 11.48 तक
24 जुलाई को दिन 11.10 से 25 जुलाई को प्रात: 10.17 तक
27 जुलाई को प्रात: 7.51 से 29 जुलाई को प्रात: 4.44 तक
30/31 जुलाई को रात्रि 1.18 से सूर्योदय तक
31 जुलाई को सूर्योदय से रात्रि 11.41 तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
16 जुलाई को प्रात: 4.57 से सूर्योदय तक
गुरु-पुष्यामृत योग
19 जुलाई को प्रात: 10.45 से दिन-रात
विघ्नकारक भद्रा
2/3 जुलाई को रात्रि 3.21 से दिन 1.51 तक
6 जुलाई को प्रात: 6.32 से सायं 5.41 तक
9 जुलाई को सायं 5.03 से 10 जुलाई को प्रात: 5.43 तक
13 जुलाई को दिन 11.59 से रात्रि 1.15 तक
17 जुलाई को प्रात: 7.49 से रात्रि 8.28 तक
22 जुलाई को रात्रि 8.42 से 23 जुलाई को प्रात: 8.12 तक
25/26 जुलाई को रात्रि 3.25 से दिन 2.24 तक
29 जुलाई को प्रात: 7.30 से सायं 6.16 तक
पंचक
6 जुलाई को रात्रि 11.26 से 11 जुलाई को सायं 5.01 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
ज्येष्ठा-मूल: 1 जुलाई को रात्रि 8.58 से 3 जुलाई को सायं 4.22 तक
रेवती-अश्विनी: 10 जुलाई को दिन 2.31 से 12 जुलाई को सायं 7.54 तक
आश्लेषा-मघा: 20 जुलाई को दिन 11.40 से 22 जुलाई को दिन 12.07 तक
ज्येष्ठा-मूल: 29 जुलाई को प्रात: 4.44 से 30/31 जुलाई को रात्रि 1.18 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
2 जुलाई को सायं 6.38 बजे धनु में
4 जुलाई को सायं 7.58 बजेमकर में
6 जुलाई को रात्रि 11.26 बजेकुंभ में
9 जुलाई को प्रात: 6.24 बजे मीन में
11 जुलाई को सायं 5.01 बजेमेष में
14 जुलाई को प्रात: 5.47 बजेवृष में
16 जुलाई को सायं 6.10 बजे मिथुन में
19 जुलाई को प्रात: 4.24 बजे कर्क में
21 जुलाई को दिन 12.06 बजे सिंह में
23 जुलाई को सायं 5.39 बजे कन्या में
25 जुलाई को रात्रि 9.43 बजेतुला में
27/28 जुलाई को रात्रि 12.44 बजे वृश्चिक में
29/30 जुलाई को रात्रि 3.01 बजे धनु में
ग्रह राशि गति अवस्था
सूर्य16 जुलाई को प्रात: 9.35 बजे कर्क मेंमार्गी *
मंगलपूरे महीने कन्या मेंमार्गी उदित
बुधपूरे महीने कर्क में15 जुलाई से वक्री, 21 जुलाईको अस्त
गुरु पूरे महीने वृष में मार्गी उदित
शुक्र 31 जुलाई को सायं 7.45 बजे मिथुन में मार्गीउदित
शनि पूरे महीने कन्या में मार्गीउदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री *
अगस्त सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
2 अगस्त को सूर्योदय से प्रात: 8.57
5 अगस्त को रात्रि 9.30 से रातभर
11 अगस्त को प्रात: 9.52 से दिन-रात
13 अगस्त को सूर्योदय से देर रात 3.20 तक
16 अगस्त को सूर्योदय से सायं 7.20 तक
19 अगस्त को सायं 6.14 से रातभर
24 अगस्त को दिन 11.51 से रातभर
26 अगस्त को प्रात: 9.17 से दिन-रात
अमृत योग
7/8 अगस्त को रात्रि 1.06 से सूर्योदय तक
11 अगस्त को प्रात: 9.52 से दिन-रात
13 अगस्त को सूर्योदय से दिन 3.20 तक
16 अगस्त को सूर्योदय से सायं 7.20 तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
7/8 अगस्त को रात्रि 1.06 से 8/9 अगस्त को रात्रि 3.45 तक
20 अगस्त को सायं 5.10 से 21 अगस्त को दिन 3.55 तक
22 अगस्त को दिन 2.35 से 23 अगस्त को दिन 1.13 तक
25 अगस्त को प्रात: 10.32 से 27 अगस्त को प्रात: 8.05 तक
29 अगस्त को प्रात: 6.09 से 30 अगस्त को प्रात: 5.33 तक
30 अगस्त को दिन 1.56 से 31 अगस्त को प्रात: 5.16 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
14 अगस्त को सायं 5.18 से रात्रि 9.35 तक
19 अगस्त को सायं 6.14 से 6.40 तक
28 अगस्त को प्रात: 7.02 से रात्रि 10.46 तक
गुरु-पुष्यामृत योग
16 अगस्त को सूर्योदय से सायं 7.20 तक
अशुभ ज्वालामुखी योग
10 अगस्त को प्रात: 6.46 से दिन 1.41 तक
11 अगस्त को प्रात: 9.52 से सायं 4.12 तक
विघ्नकारक भद्रा
1 अगस्त को प्रात: 10.58 से रात्रि 9.57 तक
4 अगस्त को सायं 6.05 से 5 अगस्त को प्रात: 5.53 तक
8 अगस्त को प्रात: 8.57 से रात्रि 10.03 तक
12 अगस्त को प्रात: 5.21 से सायं 6.30 तक
15 अगस्त को रात्रि 10.09 से 16 अगस्त को प्रात: 10.06 तक
20/21 अगस्त को रात्रि 3.49 से दिन 2.49 तक
24 अगस्त को प्रात: 8.26 से सायं 7.23 तक
27 अगस्त को दिन 1.24 से रात्रि 12.28 तक
30 अगस्त को रात्रि 8.10 से 31 अगस्त को प्रात: 7.49 तक
पंचक
3 अगस्त को प्रात: 8.59 से 7/8 अगस्त को रात्रि 1.06 तक
30 अगस्त को सायं 5.24 से मासान्त तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
रेवती-अश्विनी: 6 अगस्त को रात्रि 10.57 से 8/9 अगस्त को रात्रि 3.45 तक
आश्लेषा-मघा: 16 अगस्त को सायं 7.20 से 18 अगस्त को सायं 7.03 तक
ज्येष्ठा-मूल: 25 अगस्त को प्रात: 10.32 से 27 अगस्त को प्रात: 8.05 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
1 अगस्त को प्रात: 5.20 बजे मकर में
3 अगस्त को प्रात: 8.59 बजे कुंभ में
5 अगस्त को दिन 3.19 बजे मीन में
7/8 अगस्त को रात्रि 1.06 बजे मेष में
10 अगस्त को दिन 1.32 बजे वृष में
12/13 अगस्त को रात्रि 2.04 बजे मिथुन में
15 अगस्त को दिन 12.19 बजे कर्क में
17 अगस्त को सायं 7.27 बजे सिंह में
19 अगस्त को रात्रि11.58 बजे कन्या में
21/22 अगस्त को रात्रि 3.15 बजे तुला में
24 अगस्त को प्रात: 6.11 बजे वृश्चिक में
26 अगस्त को प्रात: 9.17 बजे धनु में
28 अगस्त को दिन 12.49 बजे मकर में
30 अगस्त को सायं 5.24 बजे कुंभ में
ग्रहराशि गति अवस्था
सूर्य16 अगस्त को सायं 5.58 बजे सिंह में मार्गी *
मंगल14 अगस्त को प्रात: 9.50 बजे तुला मेंमार्गीउदित
बुध 29 अगस्त को प्रात: 5.10 बजे सिंह में8अगस्त से मार्गी,6 अगस्त को उदय-28 अगस्त को अस्त
गुरुपूरे महीने वृष मेंमार्गीउदित
शुक्र पूरे महीने मिथुन मेंमार्गीउदित
शनि 4 अगस्त को प्रात: 8.40 बजे तुला मेंमार्गीउदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष मेंवक्री *
सितम्बर सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
2 सितंबर को प्रात: 6.10 से दिन-रात
4 सितंबर को प्रात: 9.25 से दिन-रात
8 सितंबर को सूर्योदय से रात्रि 8.56 तक
12 सितंबर को को दिन 12.04 से 13 सितंबर को प्रात: 4.22 तक
16 सितंबर को सम्पूर्ण दिन-रात
20 सितंबर को सायं 5.40 से 21 सितंबर को सायं 4.02 तक
23 सितंबर को सूर्योदय से दिन 1.31 तक
30 सितंबर को सूर्योदय से दिन 3.12 तक
अमृत योग
4 सितंबर को प्रात: 9.25 से दिन-रात
8 सितंबर को सूर्योदय से रात्रि 8.56 तक
16/17 सितंबर को रात्रि 1.10 से सूर्योदय तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
6 सितंबर को दिन 2.45 से 7 सितंबर को सायं 5.52 तक
18 सितंबर को रात्रि 9.25 से 19 सितंबर को सायं 7.29 तक
20 सितंबर को सायं 5.40 से 21 सितंबर को सायं 4.02 तक
23 सितंबर को दिन 1.31 से 25 सितंबर को दिन 12.11 तक
28 सितंबर को दिन 12.44 से 29 सितंबर को दिन 1.44 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
1 सितंबर को सायं 7.15 से 2 सितंबर को प्रात: 6.10 तक
अशुभ ज्वालामुखी योग
5 सितंबर को दिन 11.52 से रात्रि 12.24 तक
विघ्नकारक भद्रा
3 सितंबर को प्रात: 8.08 से रात्रि 8.38 तक
6/7 सितंबर को रात्रि 2.53 से सायं 4.11 तक
10 सितंबर को रात्रि 10.40 से 11 सितंबर को दिन 11.23 तक
14 सितंबर को दिन 11.09 से रात्रि 10.24 तक
19 सितंबर को प्रात: 10.36 से रात्रि 9.15 तक
22 सितंबर को दिन 2.08 से रात्रि 1.12 तक
25 सितंबर को रात्रि 8.58 से 26 सितंबर को प्रात: 8.31 तक
29 सितंबर को प्रात: 8.03 से रात्रि 8.25 तक
पंचक
माह के प्रारंभ से 4 सितंबर को प्रात: 9.25 तक
26/27 सितंबर को रात्रि 12.05 से 1 अक्टूबर को सायं 5.11 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
रेवती-अश्विनी: 3 सितंबर को प्रात: 7.29 से 5 सितंबर को दिन 11.52 तक
आश्लेषा-मघा: 13 सितंबर को प्रात: 4.22 से 14/15 सितंबर को रात्रि 3.53 तक
ज्येष्ठा-मूल: 21 सितंबर को सायं 4.02 से 23 सितंबर को दिन 1.31 तक
रेवती-अश्विनी: 30 सितंबर को दिन 3.12 से 2 अक्टूबर को सायं 7.35 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
1 सितंबर को रात्रि 11.59 बजे मीन में
4 सितंबर को प्रात: 9.25 बजे मेष में
6 सितंबर को रात्रि 9.32 बजे वृष में
9 सितंबर को प्रात: 10.20 बजे मिथुन में
11 सितंबर को रात्रि 9.09 बजे कर्क में
14 सितंबर को प्रात: 4.27 बजे सिंह में
16 सितंबर को प्रात: 8.20 बजे कन्या में
18 सितंबर को प्रात: 10.23 बजे तुला में
20 सितंबर को दिन 12.07 बजे वृश्चिक में
22 सितंबर को दिन 2.39 बजे धनु में
24 सितंबर को सायं 6.33 बजे मकर में
26/27 सितंबर को रात्रि12.05 बजे कुंभ में
29 सितंबर को प्रात: 7.29 बजे मीन में
ग्रह राशि गतिअवस्था
सूर्य16 सितंबर को सायं 5.56 बजे कन्या में मार्गी *
मंगल28 सितंबर को रात्रि 8.44 बजे वृश्चिक में मार्गीउदित
बुध13 सितंबर को रात्रि 9.35 बजे कन्या में मार्गी 27 सितंबर को उदय
गुरु पूरे महीने वृष में मार्गीउदित
शुक्र 1 सितंबर को प्रात: 6.15 बजे कर्क में, 28 सितंबर को प्रात: 8.43 बजे सिंह में,मार्गीउदित
शनि पूरे महीने तुला में मार्गीउदित
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री *
अक्टूबर सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
2 अक्टूबर को सूर्योदय से सायं 7.35 तक
3 अक्टूबर को रात्रि 10.24 से रातभर
14 अक्टूबर को सम्पूर्ण दिन-रात
17/18 अक्टूबर को रात्रि 1.40 से
18 अक्टूबर को सूर्योदय से रात्रि11.19 तक
21 अक्टूबर को सायं 6.21 से रातभर
22 अक्टूबर को सायं 5.38 से रातभर
28 अक्टूबर को रात्रि 11.56 से रातभर
31 अक्टूबर को प्रात: 5.19 से दिन-रात
अमृत योग
2 अक्टूबर को सूर्योदय से सायं 7.35 तक
14 अक्टूबर को दिन 11.15 से रात्रिपर्यन्त
17/18 अक्टूबर को रात्रि 1.40 से सूर्योदय तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
6 अक्टूबर को प्रात: 4.39 से 7 अक्टूबर को प्रात: 7.40 तक
17/18 अक्टूबर को रात्रि 1.40 से 18 अक्टूबर को रात्रि 11.19 तक
19 अक्टूबर को रात्रि 9.16 से 20 अक्टूबर को सायं 7.34 तक
22 अक्टूबर को सायं 5.38 से 25 अक्टूबर को सायं 6.38 तक
27 अक्टूबर को रात्रि 9.44 से 28 अक्टूबर को रात्रि 11.56 तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
6 अक्टूबर को रात्रि 9.47 से 7 अक्टूबर को प्रात: 7.40 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
17 अक्टूबर को प्रात: 4.12 से सूर्योदय तक
21 अक्टूबर को सायं 6.21 से रात्रि 9.45 तक
31 अक्टूबर को प्रात: 5.19 से सूर्योदय तक
अशुभ ज्वालामुखी योग
10 अक्टूबर को दिन 1.40 से देर रात 3.09 तक
विघ्नकारक भद्रा
2/3 अक्टूबर को रात्रि 12.53 से दिन 1.59 तक
6 अक्टूबर को रात्रि 9.47 से
7 अक्टूबर को प्रात: 10.56 तक
10 अक्टूबर को दिन 3.01 से देर रात 3.09 तक
13 अक्टूबर को रात्रि 11.08 से 14 अक्टूबर को प्रात: 9.50 तक
18 अक्टूबर को सायं 6.12 से 19 अक्टूबर को प्रात: 4.40 तक
21 अक्टूबर को रात्रि 9.45 से 22 अक्टूबर को प्रात: 9.05 तक
25 अक्टूबर को प्रात: 7.30 से सायं 7.38 तक
28 अक्टूबर को रात्रि 11.16 से 29 अक्टूबर को दिन 12.17 तक
पंचक
1 अक्टूबर को सायं 5.11 तक
24 अक्टूबर को प्रात: 5.37 से 28 अक्टूबर को रात्रि 11.56 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
रेवती-अश्विनी: मासारंभ से 2 अक्टूबर को सायं 7.35 तक
आश्लेषा-मघा: 10 अक्टूबर को दिन 1.40 से 12 अक्टूबर को दिन 1.53 तक
ज्येष्ठा-मूल: 18 अक्टूबर को रात्रि 11.19 से 20 अक्टूबर को सायं 7.34 तक
रेवती-अश्विनी: 27 अक्टूबर को रात्रि 9.44 से 29/30 अक्टूबर को रात्रि 2.28 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
1 अक्टूबर को सायं 5.11 बजे मेष में
4 अक्टूबर को प्रात: 5.10 बजे वृष में
6 अक्टूबर को सायं 6.09 बजे मिथुन में
9 अक्टूबर को प्रात: 5.51 बजे कर्क में
11 अक्टूबर को दिन 2.11 बजे सिंह में
13 अक्टूबर को सायं 6.28 बजे कन्या में
15 अक्टूबर को सायं 7.56 बजे तुला में
17 अक्टूबर को रात्रि 8.18 बजे वृश्चिक में
19 अक्टूबर को रात्रि 9.16 बजे धनु में
21/22 अक्टूबर को रात्रि 12.10 बजे मकर में
24 अक्टूबर को प्रात: 5.37 बजे कुंभ में
26 अक्टूबर को दिन 1.38 बजे मीन में
28 अक्टूबर को रात्रि11.56 बजे मेष में
31 अक्टूबर को दिन 12.05 बजे वृष में
ग्रहराशि गति अवस्था
सूर्य17 अक्टूबर को प्रात: 5.51 बजे तुला में मार्गी *
मंगल पूरे महीने वृश्चिक मेंमार्गी उदित
बुध 1 अक्टूबर को सायं 5.42 बजे तुला में, 23 अक्टूबर को दिन 2,56 बजे वृश्चिक में,मार्गी उदित
गुरु पूरे महीने वृष में4 अक्टूबर से वक्री उदित
शुक्र 23 अक्टूबर को सायं 7.55 बजे कन्या मेंमार्गी उदित
शनि पूरे महीने तुला मेंमार्गी 8 अक्टूबर को अस्त
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री *
नवम्बर सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
5 नवंबर को सायं 7.59 से रातभर
6 नवंबर को रात्रि 9.53 से रातभर
11 नवंबर को सूर्योदय से रात्रि 8.07 तक
14 नवंबर को दिन 12.12 से 15 नवंबर को प्रात: 9.18 तक
18 नवंबर को सूर्योदय से रात्रि 12.33 तक
19 नवंबर को सूर्योदय से रात्रि 11.46 तक
23/24 नवंबर को रात्रि 3.31 से सूर्योदय तक
25 नवंबर को सम्पूर्ण दिन-रात
27 नवंबर को दिन 11.35 से रात्रिपर्यन्त
28 नवंबर को सूर्योदय से दिन-रात
अमृत योग
11 नवंबर को सूर्योदय से रात्रि 8.07 तक
14 नवंबर को दिन 12.12 से रातभर
23/24 नवंबर को रात्रि 3.31 से सूर्योदय तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
4 नवंबर को सायं 5.31 से 5 नवंबर को सायं 7.59 तक
6 नवंबर को प्रात: 6.59 से रात्रि 9.53 तक
16 नवंबर को प्रात: 6.30 से 17 नवंबर को प्रात: 4.02 तक
17/18 नवंबर को रात्रि 2.01 से 18/19 नवंबर को रात्रि 12.33 तक
19 नवंबर को दिन 12.56 से रात्रि 11.46 तक
21/22 नवंबर को रात्रि 12.19 से 23/24 नवंबर को रात्रि 3.31 तक
26 नवंबर को प्रात: 8.37 से 27 नवंबर को दिन 11.35 तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
20 नवंबर को सूर्योदय से प्रात: 8.20 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
10 नवंबर को को दिन 3.48 से रात्रि 9.55 तक
विघ्नकारक भद्रा
1 नवंबर को सायं 7.37 से 2 नवंबर को को प्रात: 8.58 तक
5 नवंबर को सायं 4.09 से 6 नवंबर को प्रात: 4.53तक
9 नवंबर को प्रात: 5.53 से सायं 5.27 तक
12 नवंबर को प्रात: 10.33 से रात्रि 8.53 तक
16/17 नवंबर को रात्रि 3.24 से दिन 1.54 तक
20 नवंबर को प्रात: 8.20 से रात्रि 8.06 तक
23 नवंबर को रात्रि 9.52 से 24 नवंबर को प्रात: 10.38 तक
27 नवंबर को सायं 5.34 से 28 नवंबर को प्रात: 6.54 तक
पंचक
20 नवंबर को दिन 11.44 से 25 नवंबर को प्रात: 5.54 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
आश्लेषा-मघा: 6 नवंबर को रात्रि 9.53 से 8 नवंबर को रात्रि 11.28 तक
ज्येष्ठा-मूल: 15 नवंबर को प्रात: 9.18 से 17 नवंबर को प्रात: 4.02 तक
रेवती-अश्विनी: 23/24 नवंबर को रात्रि 3.31 से 26 नवंबर को प्रात: 8.37 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
2/3 नवंबर को रात्रि 1.05 बजे मिथुन में
5 नवंबर को दिन 1.22 बजे कर्क में
7 नवंबर को रात्रि 11.05 बजे सिंह में
10 नवंबर को प्रात: 4.47 बजे कन्या में
12 नवंबर को प्रात: 6.57 बजे तुला में
14 नवंबर को प्रात: 6.55 बजे वृश्चिक में
16 नवंबर को प्रात: 6.30 बजे धनु में
18 नवंबर को प्रात: 7.38 बजे मकर में
20 नवंबर को दिन 11.44 बजे कुंभ में
22 नवंबर को सायं 7.17 बजे मीन में
25 नवंबर को प्रात: 5.54 बजे मेष में
27 नवंबर को सायं 6.22 बजे वृष में
30 नवंबर को प्रात: 7.19 बजे मिथुन में
ग्रहराशि गति अवस्था
सूर्य16 नवंबर को प्रात:5.38 बजे वृश्चिक में मार्गी *
मंगल9 नवंबर को प्रात:9.40 बजे धनु में मार्गीउदित
बुध18/19 नवंबर को रात्रि 3.15 बजे तुला में 7 नवंबर से वक्री, 27 नवंबर से मार्गी,11 नवंबर को अस्त - 23 नवंबरको उदय
गुरु पूरे महीने वृष में वक्रीउदित
शुक्र 17 नवंबर को प्रात:10.54 बजे तुला में मार्गीउदित
शनि पूरे महीने तुला में मार्गी12 नवंबर को उदय
राहु-केतु पूरे महीने क्रमश: वृश्चिक-वृष में वक्री *
दिसम्बर सन् 2012
कार्य-सिद्धि योग
2/3 दिसंबर को रात्रि 2.15 से 4 दिसंबर को प्रात: 4.25 तक
4 दिसंबर को सूर्योदय से 5 दिसंबर को प्रात: 6.05 तक
12 दिसंबर को सूर्योदय से रात्रि 8.47 तक
16 दिसंबर को सूर्योदय से प्रात: 10.03 तक
17 दिसंबर को सूर्योदय से प्रात: 8.25 तक
21 दिसंबर को प्रात: 9.47 से दिन-रात
23 दिसंबर को सूर्योदय से दिन 2.44 तक
25 दिसंबर को सूर्योदय से रात्रि 8.57 तक
26 दिसंबर को सम्पूर्ण दिन-रात
30 दिसंबर को प्रात: 8.05 से 31 दिसंबर को प्रात: 10.07 तक
अमृत योग
12 दिसंबर को सूर्योदय से रात्रि 8.47 तक
21 दिसंबर को प्रात: 9.47 से दिन-रात
सर्वदोषनाशक रवि योग
5 दिसंबर को प्रात: 6.05 से 6 दिसंबर को प्रात: 7.07 तक
15 दिसंबर को दिन 12.14 से रात्रि 8.14 तक
16 दिसंबर को प्रात: 10.03 से 17 दिसंबर को प्रात: 8.25 तक
18 दिसंबर को प्रात: 7.32 से 19 दिसंबर को प्रात: 7.28 तक
21 दिसंबर को प्रात: 9.47 से 23 दिसंबर को दिन 2.44 तक
25 दिसंबर को रात्रि 8.57 से 26/27 दिसंबर को रात्रि 12.04 तक
द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
9/10 दिसंबर को रात्रि 3.45 से शेषरात्रि 4.30 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
25 दिसंबर को सूर्योदय से प्रात: 8.02 तक
29 दिसंबर को सायं 5.56 से 30 दिसंबर को प्रात: 8.05 तक
रवि-पुष्यामृत योग
2/3 दिसंबर को रात्रि 2.15 से सूर्योदय तक
30 दिसंबर को प्रात: 8.05 से दिन-रात
अशुभ ज्वालामुखी योग
13 दिसंबर को सायं 5.48 से 14 दिसंबर को प्रात: 10.30 तक
विघ्नकारक भद्रा
1 दिसंबर को दिन 2.43 से रात 3.54 तक
5 दिसंबर को प्रात: 8.37 से रात्रि 8.50 तक
8 दिसंबर को सायं 6.57 से 9 दिसंबर को प्रात: 6.06 तक
11 दिसंबर को रात्रि 9.32 से 12 दिसंबर को प्रात: 7.44 तक
16 दिसंबर को दिन 2.43 से देर रात 1.28 तक
19 दिसंबर को रात्रि 10.33 से 20 दिसंबर को प्रात: 10.55 तक
23 दिसंबर को सायं 4.04 से 24 दिसंबर को प्रात: 5.19 तक
27 दिसंबर को दिन 1.26 से देररात 2.38 तक
31 दिसंबर को प्रात: 8.22 से रात्रि 9.03 तक
पंचक
17 दिसंबर को सायं 7.58 से 22 दिसंबर को दिन 12.02 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र
आश्लेषा-मघा: 4 दिसंबर को प्रात: 4.25 से 6 दिसंबर को प्रात: 7.07 तक
ज्येष्ठा-मूल: 12 दिसंबर को रात्रि 8.47 से 14 दिसंबर को दिन 2.53 तक
रेवती-अश्विनी: 21 दिसंबर को प्रात: 9.47 से 23 दिसंबर को दिन 2.44 तक
आश्लेषा-मघा: 31 दिसंबर को प्रात: 10.07 से 2 जनवरी को दिन 12.57 तक
चंद्रमा का राशि-प्रवेश
2 दिसंबर को सायं 7.37 बजे कर्क में
5 दिसंबर को प्रात: 6.05 बजे सिंह में
7 दिसंबर को दिन 1.25 बजे कन्या में
9 दिसंबर को सायं 5.20 बजे तुला में
11 दिसंबर को सायं 6.20 बजे वृश्चिक में
13 दिसंबर को सायं 5.48 बजे धनु में
15 दिसंबर को सायं 5.41 बजे मकर में
17 दिसंबर को सायं 7.58 बजे कुंभ में
19/20 दिसंबर को रात्रि 2.02 बजे मीन में
22 दिसंबर को दिन 12.02 बजे मेष में
24/25 दिसंबर को रात्रि 12.35 बजे वृष में
27 दिसंबर को दिन 1.32 बजे मिथुन में
29/30 दिसंबर को रात्रि 1.30 बजे कर्क में
ग्रहराशि गति अवस्था
सूर्य 15 दिसंबर को रात्रि 8.14 बजे धनु में मार्गी*
मंगल 18 दिसंबर को दिन 3.19 बजे मकर मेंमार्गीउदित
बुध 6 दिसंबर को प्रात:9.04 बजे वृश्चिक में, 27 दिसंबर को रात्रि 10.08 बजे धनु में,मार्गी26 दिसंबर को अस्त
गुरु पूरे महीने वृष मेंवक्रीउदित
शुक्र 11 दिसंबर को दिन 3.31 बजे वृश्चिक मेंमार्गीउदित
शनि पूरे महीने तुला मेंमार्गीउदित
राहु-केतु 23 दिसंबर को सायं 5.54 बजे क्रमश:तुला-मेष मेंवक्री*