जनवरी सन् 2012
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
15 जनवरी: हस्त में
16 जनवरी: स्वाति में (रात्रि 12.07 के बाद)
17 जनवरी: स्वाति में
18-19 जनवरी: अनुराधा में
27-28 जनवरी: उत्तराभाद्रपद में
29-30 जनवरी: अश्विनी में (यजुर्वेदी)
गौनामुहूर्त
इस माह में नहीं हैं।
मुण्डन मुहूर्त
15 जनवरी: हस्त में (ब्राह्मण)
26 जनवरी: शतभिषा में
29 जनवरी: रेवती में (ब्राह्मण)
30 जनवरी: अश्विनी में
यज्ञोपवीत मुहूर्त
19 जनवरी: अनुराधा में
26 जनवरी: शतभिषा में
29 जनवरी: रेवती में
30 जनवरी: अश्विनी में
नींव-पूजन मुहूर्त
16 जनवरी: चित्रा में
19 जनवरी: अनुराधा में
21 जनवरी: मूल में
26 जनवरी: शतभिषा में
28 जनवरी: उत्तराभाद्रपद में
30 जनवरी: अश्विनी में
गृह प्रवेश मुहूर्त
16 जनवरी: चित्रा में
19 जनवरी: अनुराधा में *
25-26 जनवरी: शतभिषा में
28 जनवरी: उत्तराभाद्रपद में
30 जनवरी: अश्विनी में *
व्यापार मुहूर्त
19 जनवरी: अनुराधा में *
26 जनवरी: शतभिषा-तृतीया में
28 जनवरी: उत्तराभाद्रपद में
30 जनवरी: अश्विनी में
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
विवाह ’जनवरी- 18, 19, 20, 23, 25, 27, 29 ’फरवरी- 2, 3, 8, 9, 10, 16, 17, 19, 23, 24, 29 ’मार्च- 1, 8, 9, 12 ’अप्रैल- 15, 16, 18, 19, 25, 26 ’जून- 8, 10, 13, 24, 25, 28, 29 ’नवंबर - 25,26, 28, 29, 30 ’दिसंबर- 7, 8, 9, 10, 14
सौराठ ससौला वैवाहिक सभा (मिथिलांचल) 21 जून से 29 जून तक
द्विरागमन ’फरवरी- 22,23, 24, 26, 27, 29 ’मार्च- 1, 2, 4, 5, 9, 11, 12 ’अप्रैल- 23, 25, 26, 29 ’मई - 2, 3, 4, 6, 7 ’नवंबर - 23, 26, 29, 30 ’दिसंबर - 3, 10, 14
उपनयन ’फरवरी- 2, 3, 24, 26 ’मार्च- 4 ’अप्रैल- 1, 2, 26 ’जून- 22
मुण्डन ’जनवरी- 25, 26, 30 ’फरवरी- 3, 27 ’मार्च- 12 ’अप्रैल- 26 ’मई- 23, 25, 31 ’जून-8, 21, 22, 29
गृहारम्भ ’फरवरी- 29 ’मार्च- 5, 9, 10, 12 ’अप्रैल- 28 ’मई- 2, 3, 4, 5, 7 ’जून- 29 ’जुलाई- 2, 4, 5, 6, 26, 28, 30 ’अगस्त- 2 ’नवंबर- 19, 23, 24, 29, 30
नवगृहप्रवेश ’फरवरी- 29 ’मार्च- 2, 3 ’अप्रैल- 27, 28 ’मई- 2, 3, 4 ’जून- 28, 29, 30
फरवरी सन् 2012
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
2 फरवरी: रोहिणी में (सायं 5.16 तक)
8 फरवरी: मघा में
10 फरवरी: उत्तराफाल्गुनी में
11 फरवरी: हस्त में (दिन 2.28 तक)
12 फरवरी: स्वाति में (अति आवश्यकता में)
17 फरवरी: मूल में
24 फरवरी: उत्तराभाद्रपद में (दिन 11.35 से)
25 फरवरी: रेवती में
गौना मुहूर्त
15 फरवरी: अनुराधा में
16 फरवरी: ज्येष्ठा-दशमी में
17 फरवरी: मूल में
24 फरवरी: उत्तराभाद्रपद में (दिन 11.35 से )
27 फरवरी: अश्विनी में
मुण्डन मुहूर्त
3 फरवरी: मृगशिरा में
12 फरवरी: चित्रा में (ब्राह्मण)
16 फरवरी: ज्येष्ठा-दशमी में
25 फरवरी: रेवती में (वैश्य)
26 फरवरी: अश्विनी-पंचमी में (ब्राह्मण)
27 फरवरी: अश्विनी में
यज्ञोपवीत मुहूर्त
2-3 फरवरी: रोहिणी में
3 फरवरी: मृगशिरा में
5 फरवरी: आद्र्रा में
9 फरवरी: पूर्वाफाल्गुनी में
12 फरवरी: चित्रा में (ब्राह्मण)
23 फरवरी: पूर्वाभाद्रपद में
24 फरवरी: उत्तराभाद्रपद में
26 फरवरी: अश्विनी-पंचमी में (ब्राह्मण)
27 फरवरी: अश्विनी में
नींव-पूजन मुहूर्त
2 फरवरी: रोहिणी में *
3 फरवरी: रोहिणी-मृगशिरा में (भद्रा से पूर्व) *
10 फरवरी: उत्तराफाल्गुनी में *
13 फरवरी: स्वाति में (भद्रा से पूर्व)
24 फरवरी: उत्तराभाद्रपद में
25 फरवरी: रेवती में
27 फरवरी: अश्विनी में
गृहप्रवेश मुहूर्त
2 फरवरी: रोहिणी में *
3 फरवरी: रोहिणी-मृगशिरा में *
13 फरवरी: स्वाति में
17 फरवरी: मूल में *
24 फरवरी: उत्तराभाद्रपद में
व्यापार मुहूर्त
2-3 फरवरी: रोहिणी में *
3 फरवरी: मृगशिरा में (भद्रा से पूर्व)
12 फरवरी: चित्रा में
15 फरवरी: अनुराधा में
24 फरवरी: उत्तराभाद्रपद में
27 फरवरी: अश्विनी में
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
विवाह ’फरवरी- 2, 3, 8, 9, 10, 16, 17, 19, 23, 24, 29
द्विरागमन ’फरवरी- 22,23, 24, 26, 27, 29
उपनयन ’फरवरी- 2, 3, 24, 26
मुण्डन ’फरवरी- 3, 27
गृहारम्भ ’फरवरी- 29
नवगृहप्रवेश ’फरवरी- 29
मार्च सन् 2012
होलाष्टक 8 मार्च तक देश के अनेक अंचलों में शुभ कार्यों में वर्जित रहेगा। मांगलिक कार्यों में वर्जित मीन (खर) मास 14 मार्च से माह के अंत तक रहेगा।
* चिह्नांकित मुहूत्र्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
1 मार्च: रोहिणी में
6-7 मार्च: मघा में
9 मार्च: हस्त में
10 मार्च: हस्त में (तिथिक्षय-दोष)
11 मार्च: स्वाति में
गौना मुहूर्त
1 मार्च: रोहिणी में
5 मार्च: पुष्य में
9 मार्च: उत्तराफाल्गुनी में (दिन 12.06 से)
12 मार्च: स्वाति में
मुण्डन मुहूर्त
4 मार्च: पुनर्वसु में
9-10 मार्च: हस्त में
12 मार्च: स्वाति में
यज्ञोपवीत मुहूर्त
4 मार्च: पुनर्वसु में
5 मार्च: पुष्य में
9 मार्च: उत्तराफाल्गुनी में
12 मार्च: स्वाति में
28 मार्च: रोहिणी में
29 मार्च: मृगशिरा में
नींव-पूजन मुहूर्त
1 मार्च: रोहिणी में *
5 मार्च: पुष्य में *
9 मार्च: उत्तराफाल्गुनी में *
12 मार्च: स्वाति में *
गृहप्रवेश मुहूर्त
1 मार्च: रोहिणी में *
5 मार्च: पुष्य में *
12 मार्च: स्वाति में *
व्यापार मुहूर्त
1 मार्च: रोहिणी में
5 मार्च: पुष्य में
12 मार्च: स्वाति में
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
विवाह ’मार्च- 1, 8, 9, 12
द्विरागमन ’मार्च- 1, 2, 4, 5, 9, 11, 12
उपनयन ’मार्च- 4
मुण्डन ’मार्च- 12
गृहारम्भ ’मार्च- 5, 9, 10, 12
नवगृहप्रवेश ’मार्च- 2, 3
अप्रैल सन् 2012
मीन (खर) मास 13 अप्रैल तक मांगलिक कार्यों में वर्जित रहेगा।
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
14 अप्रैल: उत्तराषाढ़ में (पंचेष्ट लग्नाभाव)
15-16 अप्रैल: धनिष्ठा में (यजुर्वेदी)
18 अप्रैल: उत्तराभाद्रपद में (क्षीण चंद्र)
19 अप्रैल: रेवती में (क्षीण चंद्र)
24-25 अप्रैल: रोहिणी में
25-26 अप्रैल: मृगशिरा में
30 अप्रैल: मघा में
गौना मुहूर्त
16 अप्रैल: धनिष्ठा में
18 अप्रैल: उत्तराभाद्रपद में
19 अप्रैल: उत्तराभाद्रपद (वैधृति से पूर्व)
26 अप्रैल: मृगशिरा में
27 अप्रैल: पुनर्वसु में (दिन 3.57 बजे सेरात्रि 11.50 बजे तक )
मुण्डन मुहूर्त
15 अप्रैल: श्रवण-धनिष्ठा में (ब्राह्मण)
16 अप्रैल: धनिष्ठा-शतभिषा में
17 अप्रैल: शतभिषा में (क्षत्रिय)
26 अप्रैल: मृगशिरा में
28 अप्रैल: पुनर्वसु में (वैश्य)
यज्ञोपवीत मुहूर्त
1 अप्रैल: पुष्य-दशमी में (ब्राह्मण)
2 अप्रैल: पुष्य-आश्लेषा में
4 अप्रैल: पूर्वाफाल्गुनी में
8 अप्रैल: स्वाति में (ब्राह्मण)
24 अप्रैल: रोहिणी में (क्षत्रिय)
26 अप्रैल: मृगशिरा में
27 अप्रैल: आद्र्रा में
नींव-पूजन मुहूर्त
16 अप्रैल: धनिष्ठा-शतभिषा में
18-19 अप्रैल: उत्तराभाद्रपद में
26 अप्रैल: मृगशिरा में
28 अप्रैल: पुनर्वसु में
गृहप्रवेश मुहूर्त
16 अप्रैल: धनिष्ठा-शतभिषा में *
18 अप्रैल: उत्तराभाद्रपद में
26 अप्रैल: मृगशिरा में *
27-28 अप्रैल: पुनर्वसु में *
28-29 अप्रैल: पुष्य में (भद्रा के अतिरिक्त)
व्यापार मुहूर्त
15 अप्रैल: श्रवण में
16 अप्रैल: धनिष्ठा में
26 अप्रैल: मृगशिरा में
29 अप्रैल: पुष्य में (भद्रा के बाद)
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
विवाह ’अप्रैल- 15, 16, 18, 19, 25, 26
द्विरागमन ’अप्रैल- 23, 25, 26, 29
उपनयन ’अप्रैल- 1, 2, 26
मुण्डन ’अप्रैल- 26
गृहारम्भ’अप्रैल- 28 ’
नवगृहप्रवेश ’अप्रैल- 27, 28
मई सन् 2012
मई में गुरु के अस्त (तारा डूबा) होने के कारण इस माह में मांगलिक कार्यों हेतु शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं हैं।
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
द्विरागमन ’मई- 2, 3, 4, 6, 7
मुण्डन ’मई- 23, 25, 31
गृहारम्भ ’मई- 2, 3, 4, 5, 7
नवगृहप्रवेश ’मई- 2, 3, 4
जून सन् 2012
2 से 11 जून तक शुक्र अस्त (तारा डूबा)। इससे 3 दिन पूर्व बालत्व तथा 3 दिन बाद तक वृद्धत्व दोष रहेगा।
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
15 जून: अश्विनी में (यजुर्वेदी)
24 जून: मघा में
27 जून: हस्त में
28 जून: चित्रा में (यजुर्वेदी)
29 जून: स्वाति में
गौना मुहूर्त
इस माह में नहीं हैं।
मुण्डन मुहूर्त
15 जून: अश्विनी में
21 जून: पुनर्वसु में
22 जून: पुष्य में
27 जून: हस्त में (भद्रा के बाद)
29 जून: स्वाति में
यज्ञोपवीत मुहूर्त
21 जून: पुनर्वसु में
22 जून:पुष्प में
27 जून: हस्त में (भद्रा के बाद)
29 जून: स्वाति में
नींव-पूजन मुहूर्त
13 जून: रेवती-दशमी में(अति आवश्यकता में)
गृहप्रवेश मुहूर्त
13 जून: रेवती-दशमी में (अति आवश्यकता में)
पुराना घर-किराये पर
15 जून: अश्विनी में
21 जून: पुनर्वसु में *
22 जून: पुष्य में
27 जून: हस्त में (भद्रा के बाद)
29 जून: स्वाति में
व्यापार मुहूर्त
15 जून: अश्विनी में *
21 जून: पुनर्वसु में *
22 जून: पुष्य में
27 जून: हस्त में (भद्रा के बाद)
28 जून: चित्रा-दशमी में
29 जून: स्वाति में
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
विवाह ’जून- 8, 10, 13, 24, 25, 28, 29
सौराठ ससौला वैवाहिक सभा (मिथिलांचल) 21 जून से 29 जून तक
उपनयन ’जून- 22
मुण्डन ’जून- 8, 21, 22, 29
गृहारम्भ ’जून- 29
नवगृहप्रवेश ’जून- 28, 29, 30
जुलाई सन् 2012
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर
2 जुलाई: मूल में
6 जुलाई: श्रवण में
6-7 जुलाई: धनिष्ठा में
10 जुलाई: उत्तराभाद्रपद में
11 जुलाई: रेवती में
11-12 जुलाई: अश्विनी में
23-24 जुलाई: उत्तराफाल्गुनी में
24-25 जुलाई: हस्त में
26 जुलाई: स्वाति में (दिन 2.26 से रात्रि 8.57)
29-30 जुलाई: मूल में
31 जुलाई: उत्तराषाढ़ में
गौना, मुण्डन, यज्ञोपवीत मुहूर्त
इस माह में नहीं हैं।
नींव-पूजन मुहूर्त
6 जुलाई: धनिष्ठा में *
9 जुलाई: उत्तराभाद्रपद में
11 जुलाई: रेवती में
16 जुलाई: मृगशिरा में
23 जुलाई: उत्तराफाल्गुनी में
25 जुलाई: हस्त-चित्रा में
26 जुलाई: स्वाति में (भद्रा बाद)
28 जुलाई: अनुराधा में *
30 जुलाई: मूल में *
गृहप्रवेश मुहूर्त
पुराना घर-किराये पर
6 जुलाई: धनिष्ठा में *
9 जुलाई: उत्तराभाद्रपद में (भद्रा से पूर्व)
11 जुलाई: रेवती में
16 जुलाई: मृगशिरा में
23 जुलाई: उत्तराफाल्गुनी में
25 जुलाई: चित्रा में
26 जुलाई: स्वाति में (भद्रा बाद)
28 जुलाई: अनुराधा में *
व्यापार मुहूर्त
1 जुलाई: अनुराधा में *
9 जुलाई: उत्तराभाद्रपद में
11 जुलाई: रेवती में
15 जुलाई: रोहिणी में *
16 जुलाई: मृगशिरा में *
23 जुलाई: उत्तराफाल्गुनी में
25 जुलाई: हस्त में
28 जुलाई: अनुराधा में *
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
गृहारम्भ ’जुलाई- 2, 4, 5, 6, 26, 28, 30
अगस्त सन् 2012
18 अगस्त से पुरुषोत्तम (अधिक) मास के कारण मांगलिक/सांसारिक कार्यों हेतु शुभ मुहूर्त उपलब्ध न होंगे।
* चिह्नांकित मुहूर्तविशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर
6 अगस्त: उत्तराभाद्रपद में
6-7 अगस्त: रेवती में
11 अगस्त: रोहिणी में
12-13 अगस्त: मृगशिरा में
गौना, मुण्डन, यज्ञोपवीत मुहूर्त
इस माह में नहीं हैं।
नींव-पूजन मुहूर्त
2 अगस्त: श्रवण में
3 अगस्त: धनिष्ठा में
4 अगस्त: शतभिषा में
13 अगस्त: मृगशिरा में
गृहप्रवेश मुहूर्त
पुराना घर-किराये पर
2-3 अगस्त: धनिष्ठा में
4 अगस्त: शतभिषा में (भद्रा से पूर्व)
6 अगस्त: उत्तराभाद्रपद - पंचमी में
11 अगस्त: रोहिणी-दशमी में
12 अगस्त: रोहिणी में
13 अगस्त: मृगशिरा में
व्यापार मुहूर्त
6 अगस्त: उत्तराभाद्रपद-पंचमी में
11 अगस्त: दशमी-रोहिणी में
12 अगस्त: मृगशिरा में (भद्रा के बाद)*
13 अगस्त: मृगशिरा में *
15 अगस्त: पुनर्वसु-पुष्य में
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
गृहारम्भ ’अगस्त- 2
सितम्बर सन् 2012
16 सितंबर तक पुरुषोत्तम (अधिक) मास के कारण मांगलिक/सांसारिक कार्यों हेतु शुभ मुहूर्त उपलब्ध न होंगे।
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर
17 सितंबर: हस्त में (सायं 6.28 तक)
18 सितंबर: स्वाति में
20 सितंबर: अनुराधा में
22 सितंबर: मूल में
24 सितंबर: उत्तराषाढ़ में
25 सितंबर: श्रवण में
26 सितंबर: धनिष्ठा में
गौना, मुण्डन, यज्ञोपवीत मुहूर्त
इस माह में नहीं हैं।
नींव-पूजन मुहूर्त
इस माह में नहीं हैं।
गृहप्रवेश मुहूर्त
पुराना घर-किराये पर
अति आवश्यकता में
17 सितंबर: हस्त में
23 सितंबर: मूल में
27 सितंबर: धनिष्ठा में
व्यापार मुहूर्त
17 सितंबर: हस्त में *
20-21 सितंबर: अनुराधा में
24 सितंबर: उत्तराषाढ़-दशमी में
26 सितंबर: श्रवण-धनिष्ठा में (भद्रा के बाद)
30 सितंबर: उत्तराभाद्रपद में *
अक्टूबर सन् 2012
15 अक्टूबर तक पितृपक्ष (श्राद्ध) होने के कारण मांगलिक कार्यों हेतु शुभमुहूर्त उपलब्ध नहीं होंगे।
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर
17 अक्टूबर: अनुराधा में
19-20 अक्टूबर: मूल में
21-22 अक्टूबर: उत्तराषाढ़ में
22-23 अक्टूबर: श्रवण में
23-24 अक्टूबर: धनिष्ठा में
26 अक्टूबर: उत्तराभाद्रपद में
28 अक्टूबर: रेवती में
29 अक्टूबर: अश्विनी में
गौना, मुण्डन, यज्ञोपवीत मुहूर्त
इस माह में नहीं हैं
नींव-पूजन मुहूर्त
20 अक्टूबर: मूल में
22 अक्टूबर: उत्तराषाढ़ में *
24 अक्टूबर: धनिष्ठा में *
27 अक्टूबर: उत्तराभाद्रपद में *
29 अक्टूबर: अश्विनी में *
गृहप्रवेश मुहूर्त
पुराना घर-किराये पर
18 अक्टूबर: अनुराधा-तृतीया में
20 अक्टूबर: मूल में
22 अक्टूबर: उत्तराषाढ़ में
24 अक्टूबर: धनिष्ठा में
27 अक्टूबर: उत्तराभाद्रपद में
29 अक्टूबर: अश्विनी में
व्यापार मुहूर्त
18 अक्टूबर: अनुराधा- तृतीया में
22 अक्टूबर: उत्तराषाढ़ में (भद्रा के बाद)
24 अक्टूबर: धनिष्ठा में
26 अक्टूबर: उत्तराभाद्रपद में *
27 अक्टूबर: उत्तराभाद्रपद में *
29 अक्टूबर: अश्विनी में (भद्रा के बाद) *
नवम्बर सन् 2012
विवाह मुहूर्त्त
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर
1 नवंबर: रोहिणी में
2-3 नवंबर: मृगशिरा में (अति आवश्यकता में)
7-8 नवंबर: मघा में
10-11 नवंबर: हस्त में
18-19 नवंबर: श्रवण में
19 नवंबर: धनिष्ठा में
22-23 नवंबर: उत्तराभाद्रपद में
समस्त प्रान्तों में
24 नवंबर: रेवती में
25 नवंबर: अश्विनी में (यजुर्वेदी)
28-29 नवंबर: रोहिणी में
29-30 नवंबर: मृगशिरा में
गौना मुहूर्त
26 नवंबर: अश्विनी में
28-29 नवंबर: रोहिणी में
29-30 नवंबर: मृगशिरा में
मुण्डन एवं यज्ञोपवीत मुहूर्त
इस माह में नहीं हैं।
नींव-पूजन मुहूर्त
1 नवंबर: रोहिणी में (भद्रा से पूर्व) *
5 नवंबर: पुनर्वसु में
16 नवंबर: मूल में
21 नवंबर: शतभिषा में *
23 नवंबर: उत्तराभाद्रपद में *
24 नवंबर: रेवती में (भद्रा के बाद) *
25 नवंबर: अश्विनी में *
28-29 नवंबर: रोहिणी में *
30 नवंबर: मगृशिरा में *
गृहप्रवेश मुहूर्त
पुराना घर-किराये पर
1 नवंबर: रोहिणी में *
2-3 नवंबर: मृगशिरा में
5 नवंबर: पुनर्वसु में
10 नवंबर: उत्तराफाल्गुनी में (दिन 2.34 से)
23 नवंबर: उत्तराभाद्रपद में *
नवगृह-प्रवेश (नया घर)
24 नवंबर: रेवती में *
28-29 नवंबर: रोहिणी में *
30 नवंबर: मृगशिरा में *
व्यापार मुहूर्त
3 नवंबर: मृगशिरा-पंचमी में
10 नवंबर: उत्तराफाल्गुनी में (दिन 2.34 से) *
11 नवंबर: हस्त में *
12 नवंबर: चित्रा में (भद्रा से पूर्व) *
18 नवंबर: उत्तराषाढ़ में
23 नवंबर: उत्तराभाद्रपद में *
28-29 नवंबर: रोहिणी में
30 नवंबर: मृगशिरा में
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
विवाह ’नवंबर - 25,26, 28, 29, 30
द्विरागमन ’नवंबर - 23, 26, 29, 30
गृहारम्भ ’नवंबर - 19, 23, 24, 29, 30
दिसम्बर सन् 2012
15 दिसंबर से धनु (खर) मास।
* चिह्नांकित मुहूर्त विशेष शुभ।
विवाह मुहूर्त
5 दिसंबर: मघा में
7 दिसंबर: उत्तराफाल्गुनी में
8 दिसंबर: हस्त में
9 दिसंबर: चित्रा में (यजुर्वेदी)
गौना मुहूर्त
3 दिसंबर: पुष्य में
7 दिसंबर: उत्तराफाल्गुनी में
10 दिसंबर: स्वाति में
14 दिसंबर: मूल में
मुण्डन एवं यज्ञोपवीत मुहूर्त
इस माह में नहीं हैं।
नींव-पूजन मुहूर्त
3 दिसंबर: पुष्य में *
7 दिसंबर: उत्तराफाल्गुनी में
8 दिसंबर: हस्त में *
10 दिसंबर: स्वाति में
गृहप्रवेश मुहूर्त
3 दिसंबर: पुष्य में
7 दिसंबर: उत्तराफाल्गुनी में
8 दिसंबर: हस्त में *
10 दिसंबर: स्वाति में
व्यापार मुहूर्त
3 दिसंबर: पुष्य में
7 दिसंबर: उत्तराफाल्गुनी में
9 दिसंबर: चित्रा में *
सन् 2012 में बिहार-झारखण्ड में विभिन्न शुभ मुहूर्त
विवाह ’दिसंबर- 7, 8, 9, 10, 14
द्विरागमन ’दिसंबर - 3, 10, 14